गणेश विसर्जन आज यानि 28 सितंबर 2023 को है। आज अनंत चतुर्दशी पर गणेश उत्सव का आखिरी दिन है। 10 दिन तक बप्पा को घर में रखने के बाद भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अनंत चतुर्दशी (anant chaturdashi) के दिन गणपति का जल में विसर्जन किया जाता है। सुबह-शाम की पूजा के बाद गणपति जी का विसर्जन किया जाएगा। इस बार गणपति विसर्जन के लिए दिनभर में कई शुभ मुहूर्त बन रहे हैं।

बप्पा की विदाई कई भक्तों को उदास कर जाती है लेकिन कहते हैं अगर खुशी-खुशी गणेश प्रतिमा का विसर्जन किया जाए तो गणपति भक्तों के सारे कष्ट हर लेते हैं। आइए जानते हैं गणेश विसर्जन की सभी महत्वपूर्ण जानकारी।

गणेश विसर्जन की कहानी
गणेश महोत्सव का आखिरी दिन गणेश विसर्जन की परंपरा है। ऐसा माना जाता है कि श्री वेद व्यास जी ने गणपति जी को गणेश चतुर्थी के दिन से महाभारत की कथा सुनानी शुरू की थी, उस समय बप्पा उसे लिख रहे थे। कहानी सुनाने के दौरान व्यास जी आंख बंद करके गणेश जी को लगातार 10 दिनों तक कथा सुनाते रहे और गणपति जी लिखते गए। कथा खत्म होने के 10 दिन बाद जब व्यास जी ने आंखे खोली तो देखा कि गणेश जी के शरीर का तापमान काफी ज्यादा बढ़ गया था। ऐसे में व्यास जी ने गणेश जी के शरीर को ठंडा करने के लिए जल में डुबकी लगवाई। तभी से यह मान्‍यता है कि 10वें दिन गणेश जी को शीतल करने के लिए उनका विसर्जन जल में किया जाता है।

गणेश विसर्जन की विधि
गणपति विसर्जन के दिन भगवान गणेश की विधि विधान से पूजा अर्चना करें। पूजा के दौरान उन्हें उनकी प्रिय चीज दूर्वा, हल्दी, कुमकुम,माला नारियल और अक्षत अर्पित करें। इसके बाद उन्हें मोदक, लड्डू आदि का भोग लगायें। धूप, दीप और अगरवत्ती जलाकर ऊं गं गणपतये नमः: का जाप करें। अब नदी या तालाब में सम्मान सहित गणपति बप्पा का विसर्जन करें। तट के किनारे विसर्जन करने के पहले कपूर से गणेश जी की आरती करें। गणपति जी को विदा करते समय अगले साल आने की कामना करते हुए निवेदन भी करें।

गणेश विसर्जन 2023 शुभ मुहूर्त
गणेश विसर्जन दोपहर मुहूर्त - 10.42 AM - 1.42 PM
गणेश विसर्जन शाम मुहूर्त - शाम 04.41 PM - 9.10 PM
गणेश विसर्जन रात्रि मुहूर्त - 12.12 AM - 1.42 AM, 29 सितंबर

अनंत चतुर्दशी 2023 मुहूर्त
पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि 27 सितंबर 2023 को रात 10 बजकर 18 मिनट से शुरू हो चुकी है इसका समापन आज शाम 06 बजकर 49 मिनट पर होगा। अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा का विधान है। श्रीहरि की पूजा के लिए इस दिन सुबह 06 बजकर 12 मिनट से शाम 06 बजकर 49 मिनट तक शुभ मुहूर्त है।

गणेश विसर्जन 2023 मुहूर्त
भगवान गणपति की विदाई का पहला मुहूर्त दोपहर 12 से 3 बजे तक रहेगा। शाम 4.30 से 6 बजे तक आखिरी मुहूर्त होगा। विसर्जन दोपहर में करेंगे तो अच्छा रहेगा, क्योंकि गणेश प्रतिमा विसर्जन के लिए मध्याह्न काल यानी दोपहर का समय सबसे अच्छा रहता है। सूर्यास्त के बाद बप्पा को विदा नहीं करना चाहिए।

बप्पा को जल में क्यों करते हैं विसर्जित
जल तत्व के स्वामी गणेश जी हैं। शास्त्रों के अनुसार गणेश चतुर्थी पर जब बप्पा घर आते हैं और उनकी पूजा की जाती है तो वह साकार रूप लेकर हमारे घर में वास करते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गणेश प्रतिमा का जल में विसर्जन करने से गणपति जी पंच तत्वों में सामहित होकर अपने मूल स्वरूप में आ जाता है। जल में विसर्जन होने से भगवान गणेश का साकार रूप निराकार हो जाता है।