खबर वर्ल्ड न्यूज-शिव तिवारी-बिलासपुर। गुरू घासीदास विश्वविद्यालय (केन्द्रीय विश्वविद्यालय) की कला विद्यापीठ के अंतर्गत हिंदी विभाग एवं भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में 25-26 अप्रैल 2024 को दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। “परंपरागत भारतीय कला एवं संस्कृति के संरक्षण में स्त्रियों की भूमिका” विषय पर दिनांक 25 अप्रैल, 2024 को सुबह 10 बजे आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन समारोह की मुख्य अतिथि प्रो. पवन सुधीर, एनसीईआरटी नई दिल्ली होंगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता संगोष्ठी के मुख्य संरक्षक एवं विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति महोदय प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल करेंगे।

संगोष्ठी के संरक्षक विश्वविद्यालय के कुलसचिव महोदय प्रो. अभय एस. रणदिवे, सह-संरक्षक प्रो. अनुपमा सक्सेना तथा संयोजक हिन्दी विभाग की अध्यक्ष एवं सह-आचार्य डॉ. गौरी त्रिपाठी हैं। इस दो दिवसीय संगोष्ठी में तीन तकनीकी सत्र एवं दो समानांतर कार्यशाला के सत्र आयोजित होंगे।

इस संगोष्ठी में परंपरागत भारतीय कला एवं संस्कृति के संरक्षण में स्त्रियों की भूमिका में देश के विद्वान एवं अनुसंधानकर्ता विचार-विमर्श करेंगे। इसके अलावा शोध पत्र प्रस्तुत किये जाएंगे। संगोष्ठी का उद्येश्य कला एवं संस्कृति के माध्यम से स्त्रियों की आर्थिक व राजनीतिक स्थिति को जानना, सामाजिक बदलावों में परंपरागत कला एवं संस्कृति की भूमिका, वर्तमान में विभिन्न स्त्रियों द्वारा लोक कला के क्षेत्र में भित्ति चित्र व अन्य माध्यमों से कला के संरक्षण के क्षेत्र में किये जा रहे प्रयासों एवं महिला सशक्तीकरण में परम्परागत कलाओं की भूमिका का अध्ययन करना आदि है।