नई दिल्ली। बॉक्स ऑफिस पर शुक्रवार 22 मार्च को दो ठीकठाक स्टार कास्ट वाली फिल्में रिलीज हुई। एक तरफ रणदीप हुड्डा की 'स्वतंत्र वीर सावरकर' है, तो दूसरी ओर कुणाल खेमू की डायरेक्टोरियल फिल्म 'मडगांव एक्सप्रेस।' कुणाल ने इस फिल्म से निर्देशक की कुर्सी संभाली है। उनके डायरेक्शन में बनी ये फिल्म लोगों पर अपना कमाल दिखाने में थोड़ी बहुत कामयाब नजर आई है।

कुणाल खेमू ने 'कलयुग' फिल्म से बॉलीवुड में धमाकेदार एंट्री ली थी। इसके बाद उन्होंने 'गो गोवा गॉन', 'गोलमाल अगेन' जैसी कई फिल्मों में काम कर अपनी अलग पहचान बनाई। अब कुणाल ने अपनी वर्सटालिटी को बढ़ाते हुए डायरेक्शन के क्षेत्र में कदम रखा है। उनकी डायरेक्टोरियल फिल्म 'मडगांव एक्सप्रेस' कछुए की चाल से ही सही, लेकिन अब तक धीरे-धीरे आगे बढ़ती रही है। अब ये देखना बाकी है कि नॉन हॉलिडे के दिन यानी मंगलवार को फिल्म ने कितना कमा लिया।

'मडगांव एक्सप्रेस' की बढ़ी या घटी स्पीड?
'मडगांव एक्सप्रेस' ने 1.5 करोड़ से खाता खोला था। हालांकि, इसके बाद फिल्म का कलेक्शन दोगुनी रफ्तार से आगे बढ़ने लगा। मूवी के कलेक्शन में उतार-चढ़ाव देखने को मिला, लेकिन इसके बावजूद यह 'स्वतंत्र वीर सावरकर' को टक्कर देने में कामयाब रही है।

सैकनिल्क की रिपोर्ट के अनुसार, 'मडगांव एक्सप्रेस' के पांचवे दिन की कमाई के बाद इसका कुल कलेक्शन डबल डिजिट्स में पहुंच गया है। फिल्म ने मंगलवार को 1.50 करोड़ का कलेक्शन किया। यह सोमवार के मुकाबले कम है, लेकिन इससे मूवी का बिजनेस 10 करोड़ के पार जा पहुंचा है।

क्या है फिल्म की कहानी?
'मडगांव एक्सप्रेस' की कहानी तीन दोस्तों (दिव्येंदु शर्मा, प्रतीक गांधी और अविनाश तिवारी) की है। ये तीनों गोवा जाने का प्लान बनाते हैं, लेकिन जिंदगी की उधेड़बुन में वह कभी पूरा नहीं हो पाता। कुछ समय बाद तीनों अपनी-अपीन लाइफ में बिजी हो जाते हैं। जब वापस एक दूसरे से कनेक्ट करते हैं, तो एक दूसरे को अपनी-अपनी जिंदगी के बारे में काफी कुछ बताते हैं। इसके बाद इनके साथ कुछ इंसीडेंट होते हैं, जिसमें कॉमेडी का तड़का कूट-कूट कर भरा गया है। फिल्म में नोरा फतेही भी हैं।