सनातन धर्म के धार्मिक ग्रंथों में जीवन जीने के कई तरीके बताए गए हैं। जिन्हें अपानकर जिंदगी बदली जा सकती है। गरुड़ पुराण को हिंदू धर्म के 18 पुराणों में से एक माना जाता है। गरुड़ पुराण में कई ऐसी बातें बताई गई हैं। जिन्हें हर साधकों को अवश्य पढ़ना चाहिए। इसमें बताया गया कि इंसान को अपने जीवन के लिए खुद जिम्मेदार है। यह पुराण जीवन जीने के कुछ नियम बताता है। हमें जीवन में क्या नहीं करना चाहिए। आइए बताते हैं गरुड़ पुराण में क्या बातें बताई गई हैं।

गरुड़ पुराण के अनुसार, जब किसी मृत व्यक्ति का दाह संस्कार श्मशान में किया जाए तो उसके धुंए से दूरे रहें। जब शव को जलाया जाता है तो धुंए के साथ वातावरण में जहरीले तत्व फैल जाते हैं। इन विषाक्त पदार्थों में कई वायरस और बैक्टीरिया होते हैं, जो सांस के द्वारा शरीर में आ जाते हैं।

गरुड़ पुराण के अनुसार, यदि आप लंबी उम्र जीना चाहते हैं तो सुबह देर तक सोने की आदत बदल लें। ब्रह्म मुहूर्त में जागना शुभ माना जाता है।

रात्रिके समय दही का सेवन नहीं करना चाहिए। रात के समय दही खाने के कई तरह की बीमारियां हो सकती है। जिसका जीवन पर गहरा प्रभावव पड़ता है। इसके अलावा मांस का सेवन ना करें।

गरुड़ पुराण में कहा गया है कि दक्षिण या पश्चिम की ओर सिर करके सोने से व्यक्ति की उम्र कम हो जाती है। अपने कमरे में थोड़ी हमेशा रोशनी होनी चाहिए। टूटे हुए पलंग पर सोना वर्जित है।

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