खबर वर्ल्ड न्यूज-अजय शर्मा-जांजगीर चांपा। भारतीय लोकतंत्र विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्रों में से एक है, जिसमें विभिन्न राजनीतिक दल और विचारधाराएँ सहअस्तित्व में हैं। वर्तमान में, भारतीय राजनीति में नरेंद्र मोदी और उनके नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रमुख भूमिका में हैं। दूसरी ओर, इंडिया गठबंधन, जिसमें कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल शामिल हैं, मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते रहे हैं कि उनके शासन में लोकतंत्र खतरे में है, परंतु भारत की जागरूक जनता सच जानती है , वो किसी के बहकावे में नहीं आएगी चाहे वो आज का शहजादा हो या कल के उनके अंग्रेजियत से लबरेज पूर्वज!

विकास और प्रशासन की जब हम बात करते हैं तो देखते हैं कि मोदी सरकार के शासन में देश ने आर्थिक विकास की नई ऊँचाइयाँ छुई हैं। 'मेक इन इंडिया', 'डिजिटल इंडिया', और 'स्वच्छ भारत अभियान' जैसी कार्यक्रमों ने देश को आत्मनिर्भर और आधुनिक बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं।राष्ट्रवाद और सुरक्षा को मोदी जी की सरकार ने उच्च प्राथमिकता दी है। पुलवामा अटैक के बाद बालाकोट स्ट्राइक जैसे साहसिक कदम, आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख और सैन्य क्षमताओं का विस्तार उनके राष्ट्रवादी नीतियों का पुरजोर समर्थन कर्ता है , देश को और देशहित को सबसे ऊपर रखने वाले मोदी जी ने युवा, बुजुर्ग, महिला सभी वर्ग को आशा की एक किरण दिखाई है वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति को इतना सशक्त बना दिया है कि आज पूरा विश्व उनका लोहा मानता है और हर भारतीय विदेशों में भी गर्व से जीता है, शान से रहता है मोदी जी के नेतृत्व में भारत ने वैश्विक मंच पर अपनी उपस्थिति मजबूती से दर्ज की है। अमेरिका, रूस, और अन्य प्रमुख देशों के साथ मजबूत रिश्ते और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर सशक्त निर्णय लेना, भारत की वैश्विक भूमिका को मजबूत बनाता बनाने में महत्वपूर्ण रहे हैं!

और ये इंडिया गठबंधन के चंद राजनीतिज्ञ हमारे एकता और सनातनि मूल्यों पर हमेशा हमला करते हैं इंडिया गठबंधन का मानना है कि मोदी सरकार में लोकतंत्र की संस्थाएँ कमजोर हो रही हैं। न्यायपालिका, मीडिया, और चुनाव आयोग जैसी संस्थाओं की स्वतंत्रता पर सवाल उठाए जा रहे हैं। विपक्ष का आरोप है कि सरकार अपने आलोचकों को दबाने के लिए संस्थागत तंत्र का दुरुपयोग कर रही है। ये भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण के कीचड़ में गले तक भरी कुछ चंद लोगों की टीम ने जो सिर्फ सनातन संस्कृति का विनाश करना चाहती है मोदी जी के खिलाफ नित नई खबरे बनती रह्ती है धार्मिक और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण ही जिसका ईमान है, वो मोदी सरकार पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का आरोप लगाती है। नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और एनआरसी जैसी नीतियों के लिए धार्मिक अल्पसंख्यकों में असुरक्षा का माहौल पैदा करने का भरसक प्रयास करती है। ये कहती है कि नोटबंदी और जीएसटी जैसे निर्णयों से छोटे व्यापारियों और आम जनता को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है जबकि जनता ने तब भी भारी बहुमत से मोदी जी को विजयी बनाया था।

इस गठबंधन के ऊपर नई दिल्ली में एक संसदीय बैठक में मोदी ने कहा, "केवल इंडिया नाम का गठबंधन बनाने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि ईस्ट इंडिया कंपनी के पास भी इंडिया शब्द था।" ये गठबंधन मोदी जी और उनकी सरकार को रोकना चाहता है पर"मोदी बनाम कौन?" एक बहस ही रही जिसका जवाब विपक्ष के पास तो नहीं था तो इसे उन्होंने मोदी बनाम भारत बनाने की कोशिश की है।

भारतीय लोकतंत्र में राजनीतिक बहस और मतभेद सामान्य हैं परंतु भारतीय जनता ना कश्मीर की उस दरिंदगी को भूली है ना शाहबानो के आंसू जिनको किसी ने नहीं पोछा उन्हें मोदी जी ने समझा और न्याय दिलाया।

नरेंद्र मोदी का समर्थन उनके विकासशील और राष्ट्रीय सुरक्षा के एजेंडे उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति उनकी कड़ी मेहनत उनकी दूरदर्शिता , निर्णय लेने की शक्ति और उनका देश के साथ अपूर्व प्रेम देशवासियों की निश्चल सेवा के कारण उनके विरोधी भी उन्हें प्रेम करते हैं, और ये कथित गठबंधन वाले स्वार्थी उनकी नीतियों को लोकतंत्र के लिए खतरा बताते हैं।

भारत का लोकतंत्र और अधिक सशक्त और समावेशी बने इसका प्रयास हर भारतीय की जिम्मेदारी है और उसके लिए एक सशक्त और दूरदर्शित सरकार का होना जरूरी है, इसलिए ये कुछ अपने पूर्वजों के नाम और पहचान पर जीने वाले लोगों को छोड़ हमे अपने देश के भविष्य को देखते हुए सही इंसान और सही राजनीति लोगों को चुन कर लाना होगा।