भारतीय पारी 396 पर समाप्त

नई दिल्ली। भारतीय टीम के युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने विशाखापत्तनम में खेले जा रहे दूसरे क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन दोहरा शतक पूरा कर मेजबान भारत को मजबूत स्थिति में ला दिया। इसी के साथ ही यशस्वी ने अनोखी उपलब्धि हासिल की। यशस्वी जायसवाल टेस्ट क्रिकेट दोहरा शतक जड़ने वाले तीसरे सबसे युवा बल्लेबाज बन गए हैं। उनकी पारी का अंत तेज जेम्स एंडरसन ने किया। उन्होंने 209 रनों में 290 गेंदों पर 19 चौके और 7 छक्के लगाए।

जायसवाल आठवें विकेट के तौर पर आउट हुए। इसके बाद शेष दो विकेट भी जल्दी गिर गए। भारत की पहली पारी 112 ओवरों में 396 रनों पर समाप्त हुई।

जायसवाल ने इंग्लिश गेंदबाज शोएब बशीर की गेंदों पर लगातार एक छक्का और एक चौका जड़ते हुए दोहरा शतक पूरा किया। यशस्वी जायसवाल ने भारत के लिए पहली पारी में 277 गेंदों पर दोहरा शतक जड़ते हुए टीम के स्कोर को 350 से ज्यादा तक पहुंचा दिया। इस पारी के दौरान उन्होंने 18 चौके और सात छक्के जड़े। उन्होंने 22 साल 77 दिन की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की। यह उनका सर्वोच्च स्कोर भी है। इससे पहले उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने पदार्पण टेस्ट में 171 रन बनाए थे।

जायसवाल से पहले भारत के दिग्गज बल्लेबाज सुनिल गावस्कर और विनोद कांबली यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं। कांबली का नाम इस सूची में दो बार हैं।

विनोद कांबली ने 21 साल 32 दिन की उम्र में मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 1993 में इंग्लैंड के ही खिलाफ 224 रनों की पारी खेली थी। इस पारी के दौरान उन्होंने 411 गेंदों का सामना कर 23 चौके जड़े थे। इस साल कांबली ने 21 दिन 54 दिन की उम्र में जिम्बाब्वे के खिलाफ नई दिल्ली में खेले गए टेस्ट मैच में 227 रनों की पारी खेली थी। इस पारी के दौरान उन्होंने 301 गेंदों का सामना कर 28 चौके जड़े थे। सुनिल गावस्कर ने साल 1971 के वेस्टइंडीज दौरे पर पोर्ट आफ स्पेन में 220 रनों की पारी खेली थी। इस समय उनकी उम्र 21 साल 277 रन थी।

जायसवाल के नाम एक और उपलब्धि दर्ज हो गई है। अभी तक के टेस्ट इतिहास में एक ही बल्लेबाज ऐसा जिसने दोहरा शतक जड़ा है और टीम का अन्य कोई भी बल्लेबाज 34 रनों का आंकड़ा भी पार नहीं कर सका हो। साल 2005 में एडिलेड में वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा ने 226 रनों की पारी खेली थी, जिसमें ड्वेन ब्रावो ने 34 रन बनाए थे। जायसवाल का नाम भी इस सूची में शामिल हो गए। जायसवाल के बाद शुभमन गिल (34) और पदार्पण टेस्ट खेल रहे रजत पाटीदार (32) ही सर्वोच्च स्कोर तक पहुंचे।