युवा पीढ़ी समाज की नींव, नशा से दूर रहें- कलेक्टर की अपील
खबर वर्ल्ड न्यूज-आशीष कंठले-बेमेतरा। कलेक्टर रणबीर शर्मा ने आज कलेक्ट्रेट के दिशा सभाकक्ष में अधिकारियों की बैठक लेकर “नशा मुक्त भारत अभियान” के अंतर्गत जिले को पूर्णतः नशा मुक्त जिला बनाने हेतु ठोस रणनीति के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक मार्गदर्शन, सुझाव और दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि समाज में फैल रही नशे की कुरीतियों पर पूर्ण रूप से रोक लगाना समय की आवश्यकता है।
कलेक्टर शर्मा ने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि नशा व्यक्ति और समाज दोनों के पतन का कारण बनता है। उन्होंने कहा कि “नशा, नाश की जड़ है। जहां नशा होता है, वहां विवेक समाप्त हो जाता है।” नशापान से घर-परिवारों में कलह और क्लेश उत्पन्न होता है, व्यक्ति की संवेदनशीलता खत्म हो जाती है और वह जघन्य अपराधों में संलिप्त हो सकता है।
उन्होंने कहा कि नशापान से न केवल लोक शांति भंग होती है, बल्कि संपत्तियों का ह्रास और समाज में अशांति का माहौल भी बनता है। कलेक्टर ने विशेष रूप से युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज की युवा पीढ़ी देश और समाज की नींव है। युवाओं को नशे से दूर रहना चाहिए, क्योंकि यही पीढ़ी भारत के उज्ज्वल भविष्य की धुरी है। कलेक्टर शर्मा ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले में नशा उन्मूलन के लिए सघन जन-जागरण अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि संगोष्ठियों, जनसभाओं और स्कूल-कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कर नागरिकों को नशापान से होने वाले दुष्प्रभावों से अवगत कराया जाए। उन्होंने जिले के सभी नागरिकों, युवाओं एवं समाज के विभिन्न वर्गों से संवेदनशील अपील की कि वे स्वयं नशापान से दूर रहें और दूसरों को भी इससे बचने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक अपनी सामाजिक सहभागिता सुनिश्चित कर नशा मुक्त समाज के निर्माण में योगदान दे।
बैठक के दौरान कलेक्टर शर्मा ने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि जिले में किसी भी प्रकार की अवैध या जहरीली शराब का विक्रय बिल्कुल नहीं होना चाहिए। इस दिशा में कठोर कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी शैक्षणिक संस्थानों स्कूलों और कॉलेजों के आसपास संचालित किसी भी नशा पान की दुकान पर प्रतिबंध लगाया जाए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों और युवाओं के हित में प्रशासन पूर्ण सख्ती से कार्य करेगा। कलेक्टर ने अंत में कहा कि नशा त्यागना ही नहीं, दूसरों को नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करना भी एक सामाजिक जिम्मेदारी है। मिलकर ही हम नशामुक्त, स्वस्थ और सशक्त समाज का निर्माण कर सकते हैं।


