+33
°
C
High:+35
Low:+21
Fri
Sat
Sun
Mon
Tue
खबर वर्ल्ड24-व्यास पाठक -छत्तीसगढ़ - जलवायु परिवर्तन और तापमान वृद्धि के प्रभाव केवल इंसानों या बड़े पशुओं तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह पृथ्वी के अन्य जीव-जंतु, विशेष रूप से पक्षियों को भी प्रभावित कर रहा है। हाल ही में किए गए अध्ययनों से यह पता चला है कि जलवायु परिवर्तन के कारण पक्षियों का शरीर आकार बदल रहा है। विशेष रूप से, ऑस्ट्रेलिया में 100 से अधिक पक्षियों की प्रजातियों के शरीर छोटे हो रहे हैं, जबकि उनकी चोंच बड़ी हो रही है।
खबर वर्ल्ड24-व्यास पाठक -छत्तीसगढ़ - 2018 से 2024 तक छत्तीसगढ़ में शराब नीति में कई बदलाव हुए। मुख्य रूप से यह नीति सरकारी नियंत्रण पर आधारित रही। 2017 में छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में शराब की बिक्री का पूर्ण नियंत्रण अपने हाथ में लिया, जिसके तहत सरकारी दुकानों के माध्यम से शराब का विक्रय शुरू हुआ। इसका उद्देश्य शराब की खपत पर नियंत्रण रखना और अवैध शराब बिक्री को रोकना था।
khabarworld24.com - भारत में बीफ निर्यात करने वाली प्रमुख कंपनियां: एक विस्तृत विश्लेषण
भारत, मांस और बीफ उत्पादों के निर्यात में एक प्रमुख खिलाड़ी बन चुका है। देश के मांस उद्योग में कुछ कंपनियां बीफ के बड़े निर्यातक के रूप में काम कर रही हैं। इन कंपनियों में से कई ने भारतीय मांस के निर्यात को वैश्विक स्तर पर एक पहचान दिलाई है। हालांकि, इस उद्योग को लेकर विवाद भी रहे हैं, विशेषकर धार्मिक और कानूनी दृष्टिकोण से। यहां हम उन प्रमुख कंपनियों की
खबर वर्ल्ड24-व्यास पाठक -छत्तीसगढ़ -महंगाई दर में परिवर्तन (2014-2024):
भारत में 2014 से 2024 तक महंगाई में महत्वपूर्ण उतार-चढ़ाव देखा गया है। इस दशक में महंगाई को प्रभावित करने वाले कई आर्थिक और वैश्विक कारक रहे हैं, जिनमें वैश्विक तेल कीमतें, कोविड-19 महामारी, और रूस-यूक्रेन युद्ध प्रमुख रूप से शामिल हैं। महंगाई की गणना उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) के आधार पर की जाती है, जो सामान्य रूप से उपभोक्ता वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में वृद्धि का
khabarworld24.com -छत्तीसगढ़ सरकार ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में पारिस्थितिकी बहाली और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को रोकने के लिए एक व्यापक नीति लागू की है। यह नीति राज्य की समृद्ध वन संपदा को संरक्षित करने, जैव विविधता को बचाने और स्थानीय समुदायों की आजीविका को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। आइए इस नीति के मुख्य बिंदुओं और उपलब्ध आंकड़ों पर नजर डालते हैं।
छत्तीसगढ़ में लगभग