बिना लक्ष्य ...शक्ति का विध्वंस होते रहता है ..आज सब कुछ है किताबे है, विज्ञान है, रिश्ते हैं समाज है.. फिर भी अभी अधिसंख्य युवा लक्ष्य विहीन हाथ पैर मार रहे हैं बिना उद्देश्य उन्हें रास्ता कौन बतायेगा.. दरअसल खोट है ..जो समाज में बाजारू सिक्के की तरह चल रहा है जब किसी बेलगाम ताकत को लक्ष्य का अनुमान नहीं होता ..वह भागते रहता है किसी भी किसी
राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिए हुए सालभर से भी ज्यादा समय हो गए हैं। सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष के रूप में कांग्रेस की कमान लिए हुए आज एक साल पूरे हो रहे हैं तो पार्टी में फिर मांग उठ रही है कि उनके राहुल गांधी को फिर से कमान सौंप देनी चाहिए, लेकिन अब तक पार्टी न तो राहुल को दोबारा पदभार संभालने के लिए मना पाई है और न ही उनका कोई विकल्प तलाश पाई है।
नवीन श्रीवास्तव- वर्षों-वर्षों से यातना झेल रही समाज की औरतें, कहीं किसी नशेड़ी के भय से थर थर कांप रहे बच्चें, सबकुछ सहने बेबस घर के बुजुर्गों के साथ नशे का बढ़ता कारोबार,हुक्के गुड़गड़ाते, धुंए से कलेजे को छलनी करते युवा ... इसका फैलता भरम जाल.बताता है नशे जैसे बुराई को लेकर हम अपने ऊपर से नियंत्रण खो रहे हैं और देखिए शहर में लगातार होश के जगह बेहोशी खरीदने वाले कतार में है..तो आत्मनिर्भरता के पोस्टर भी
प्रिय युवाओं, सादर वंदे, अवसरवादी आपकी शक्ति को पहचान रहे हैं। वे उस शक्ति का दुरुपयोग करना चाह रहे हैं और बहुत हद तक सफल भी है। आपके पास उपलब्ध समय को लूट लेना चाह रहे हैं और लूट भी रहे हैं। उन अवसरवादियों को यह संदेश देने का समय आ गया है कि झूठ के मायाजाल में फंसाकर अब युवाओं दुरुपयोग नहीं किया जा सकता।
अवसरवादी समझते हैं कि नकारात्मकता हमेशा तेजी से पैर फैलाती क्योंकि निंदा में