फिर एक बार छत्तीसगढ़ ने देश का विश्वास जीता है । फिर एक बार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की खांटी छत्तीसगढ़िया छवि और जमीनी रणनीति तारणहार बनी है।फिर एक बार साबित हुआ कि लीडर का जुनून और जनता से जुड़ाव बड़े से बड़े मर्ज का इलाज है ,वह मर्ज 'कोरोना ' जैसा महाप्रलयंकारी अजूबा क्यों ना हो।
एक बार फिर श्री बघेल का नेतृत्व और उसके साथ छत्तीसगढ़ विजेता बना है।
ऐसा उल्लेख मिलता है कि वर्ष 1918 में स्पेनिश फ्लू से दुनियाभर में 5 करोड़ से ज्यादा मौतें हुईं थीं। भारत में ही करीब डेढ़ करोड़ लोगों ने अपनी जानें गंवा दी थीं। तब महात्मा गांधी भी इस बीमारी की चपेट में आकर बीमार हो गए थे।
यह वह दौर था जब न तो चिकित्सा विज्ञान इतना उन्नत था और न ही तकनीक। तब भी मनुष्य ने उस भयंकर महामारी से डटकर मुकाबला किया और अंततः विजय हासिल
यह चुनाव ..जश्न का अवसर है ताकि जनता बेहतर कल के लिए फैसला ले सके ..इन दिनों घर-घर और बाजार में इतनी तस्वीर नहीं मिलेगी गरीबों के मसीहा और रहनुमाओं की जितने थोक के भाव में शहर के गली गली चौक चौराहे में लगे हैं मोटे.. पतले..लम्बे..ठिगने..कितनों अच्छे,भला बुरा होता कौन है ..हाथ जोड़े होठों पर मुस्कान लिए जनता के शुभचिंतक होने के दावे करने वाले इनकी शालीन तस्वीर देख
संध्या सेन- महासमुंद जिले के बागबाहरा जनपद अन्तर्गत ग्राम पंचायत हड़ाबंध में स्वच्छता अभियान के तहत कई ऐसे हितग्राही हैं जिनको लाभ नहीं मिला फिर भी पंचायत स्तर से ओडीएफ कर जानकारी सबमिट कर दिया गया है, कई परिवार अब भी ग्राम पंचायत हाड़ाबन में हैं जिनको शौचालय निर्माण का लाभ नहीं मिल पाया है फिर भी ग्राम पंचायत के द्वारा ओडीएफ किया जाना नागरिकों के व ग्राम स्तर पर रहने वाले सभी ग्राम वासियों के समझ से परे
गरियाबंद (सुनील यादव) - किसी भी स्तर पर हो रहे या हुए भ्रष्टाचार को किसी तरह खोद कर पत्रकारों के माध्यम से पड़ताल कर अपनी मशक्कत से सामने लाया जाता है, या तो फिर आरटीआई के माध्यम से उजागर किया जाता है. किन्तु किसी भी विभागों के द्वारा किए गए कार्यों की अनियमितताएं चाहे वह निर्माण कार्य से जुड़े हों या किसानों के चाहे किसी भी तरह के योजनाओं से पंचायती या प्रशानिक कार्य हों. मीडिया के माध्यम से उजागर