नई दिल्ली। फरवरी का महीना शुरू होने के साथ गर्मी बढ़ चुकी है। उत्तर भारत में अब सिर्फ सुबह और शाम के वक्त ही मौसम ठंडा हो रहा है। वरना दिन में इतनी तेज धूप हो रही है कि जैकेट,स्वेटर पहनना मुश्किल हो चुका है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि फरवरी में सर्द-गर्म शरीर के लिए कितना खतरनाक है। आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे।
गर्मी की शुरूआत
फरवरी महीने की शुरूआत को अभी सिर्फ दो दिन ही बीता है। लेकिन गर्मी जैसे अप्रैल का एहसास दिला रहा है। दिन के वक्त धूप इतनी तेज हो रही है कि आम इंसान धूप से आने के तुरंत बाद ठंडा पानी पी रहा है, जो नुकसान कर जा रहा है। क्या आप जानते हैं कि फरवरी में ठंडी-गर्मी के कारण शरीर पर इसका क्या असर पड़ता है। आज हम आपको बताएंगे कि आप कैसे सर्द-गर्म मौसम में खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।
जनवरी भी था गर्म महीना?
बता दें कि इस साल 2025 में जनवरी का महीना भी गर्म था। जी हां, जनवरी का महीना बीते छह सालों में सबसे गर्म रहा है, वहीं फरवरी की शुरुआत भी 15 सालों में सबसे गर्म रही है। हालांकि अभी मौसम बदलने का अनुमान है। लेकिन सुबह के वक्त थोड़ी ठंडी और दिन के वक्त गर्मी का शरीर पर बुरा असर पड़ता है।
ऐसे रखें सेहत का ख्याल
• ऐसे मौसम में खाना खाने से पहले हाथ अच्छे से धोना चाहिए।
• वहीं दिन में गर्मी और रात में ठंडी में से आकर तुरंत पानी मत पिएं।
• इस मौसम में बाहरी फूड ना खाएं, घर का बना भोजन ही करें।
• गर्मी बढ़ने के साथ खुली चप्पल पहनना चाहिए, जिससे पैरों में संक्रमण नहीं फैलेगा।
• इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए रोज रात हल्दी वाला दूध पीना चाहिए।
• इस मौसम में कफ होने पर गुनगुना पानी पीना चाहिए।
• वहीं सुबह के वक्त एक दम खुली ठंडी हवा में नहीं जाना चाहिए।
डॉक्टर से संपर्क
ठंड-गर्म के कारण इस मौसम में कई बार खासकर के बच्चे और बूढ़ें संक्रमित होते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक इस इस मौसम में अगर दो दिन से अधिक तक बुखार,कफ या अन्य कोई संक्रमण का खतरा महसूस होता है, तो तुरंत अपने निजी डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, इस दौरान अपनी सारी समस्याओं के बारे में बताना चाहिए, जिससे उचित समय पर परामर्श मिल सके।