नई दिल्ली। कमजोर हड्डियां, शरीर में खून की कमी जैसी समस्या आज आम हो चुकी है। ये दिक्कत शरीर में कैल्शियम और आयरन की कमी के कारण होती है। इसके लिए लोग अंग्रेजी दवाओं का सेवन करते हैं। वहीं, आयुर्वेद के अनुसार, कमजोर हड्डी की समस्या और खून की कमी को दूर करने के लिए किचन में रखा एक मेवा रामबाण है, लेकिन इस मेवे को रोजाना खाना है।
छोहारे को खाने से न सिर्फ आपकी सेहत ठीक होगी, बल्कि आयरन, कैल्शियम, एंटी ऑक्साइड जैसी चीजों की कमी भी पूरी होगी। इसको खाने के भी दो तरीके होते हैं। एक तो इसे सीधा खाया जा सकता है या फिर पानी या दूध में भिगोकर खाया जाता है। छुहारा कब खाना चाहिए, कैसे खाना चाहिए और कितना खाना चाहिए? यह जानना बहुत जरूरी है। क्योंकि, समस्या के हिसाब से इसका सेवन करना चाहिए।

खजूर को ड्राई कर छुहारा बनाते
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में माइक्रोबायोलॉजी विभाग प्रभारी डॉ। सुमित रावत ने बताया कि छुआरा एक तरह से ड्राई फ्रूट है। खजूर के फल को सुखाकर छुहारा बनाया जाता है। इसमें एनर्जी की मात्रा काफी अच्छी होती है, जो लोग उपवास करते हैं और उपवास खोल रहे होते हैं, उस समय के लिए यह बहुत अच्छा होता है। कहीं आप ट्रैवल करते हैं या फिर अच्छा खाना नहीं खाया है तो उसके बाद के लिए ये बहुत अच्छा है।

कैल्शियम, आयरन, कार्बोहाइड्रेट भरपूर
छुहारे को इसको दूध में भिगोकर भी ले सकते हैं। पानी में भिगोकर ले सकते हैं। इसमें काफी मात्रा में एनर्जी होती है। कार्बोहाइड्रेट होते हैं। कैल्शियम होता है। एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। इसमें आयरन भी पाया जाता है। हड्डियों के लिए, खून की बढ़त के लिए काफी अच्छा होता है। आजकल महिलाओं और कन्याओं को खून की कमी होने की संभावना रहती है, अगर यह अच्छी मात्रा में छुहारा लेती हैं तो खून की कमी से बचा जा सकता है।

पाचन शक्ति की समस्या तो ऐसे खाएं
ऐसे लोग जिनकी पाचन शक्ति कमजोर है, उनको सलाह है कि वे भिगोकर छुहारा लें। अगर पाचन शक्ति अच्छी है तो उसको डायरेक्ट कंज्यूम कर सकते हैं। लड्डू बनाकर खा सकते हैं।

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं। इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें। K.W.N.S. किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा।