Khabarworld24.com -नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के रेड साउथ हाउस में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रथांची सुबिधा से मुलाकात की। इस ऐतिहासिक बैठक में दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने के लिए गहन चर्चा की। बैठक की शुरुआत में पीएम मोदी ने प्रतीक अमेजोशी के साथ राष्ट्रपति सुबिधा का गर्मजोशी से स्वागत किया। दोनों नेताओं ने हाथ मिलाते हुए आपसी सहयोग की भावना को प्रदर्शित किया।

बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा, "इंडोनेशिया हमारे लिए एक महत्वपूर्ण अतिथि देश है। यह हमारे संबंधों के लिए एक ऐतिहासिक अवसर का हिस्सा है। मैं राष्ट्रपति जोधी सुखिय का भारत में स्वागत करता हूं।" उन्होंने आगे कहा कि दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई।

चर्चा के मुख्य बिंदु:

  1. व्यापार और आर्थिक संबंधों को बढ़ावा: भारत और इंडोनेशिया के बीच व्यापारिक संबंध पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़े हैं। 2023-24 में दोनों देशों के बीच व्यापार लगभग $20 बिलियन तक पहुंच गया है, और इसे 2025 तक $25 बिलियन तक ले जाने की योजनाएं हैं। इसके लिए दोनों देशों ने कृषि, मैन्युफैक्चरिंग, और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नए समझौते किए।

  2. रक्षा और सामरिक सहयोग: भारत और इंडोनेशिया ने रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। इसमें समुद्री सुरक्षा और रक्षा तकनीक के क्षेत्र में सहयोग पर विशेष ध्यान दिया गया है, ताकि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखी जा सके।

  3. पर्यावरण और स्थिरता पर सहयोग: दोनों देशों ने जलवायु परिवर्तन के खिलाफ एकजुट होकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई है। इंडोनेशिया, जो दुनिया का सबसे बड़ा ताड़ तेल उत्पादक देश है, भारत के साथ हरित ऊर्जा और सस्टेनेबल डेवलपमेंट में सहयोग को बढ़ावा देगा।

  4. सांस्कृतिक और जनसंपर्क संबंध: भारत और इंडोनेशिया के सांस्कृतिक संबंधों को भी और गहरा करने पर जोर दिया गया। इंडोनेशिया में भारतीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए कई नई परियोजनाओं की घोषणा की गई। इसके अलावा, इंडोनेशियाई छात्रों के लिए भारत में उच्च शिक्षा के अवसरों को बढ़ाने पर भी चर्चा हुई।

ऐतिहासिक महत्व

यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि इंडोनेशिया हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण सहयोगी है। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति सुबिधा ने क्षेत्रीय और वैश्विक चुनौतियों पर भी चर्चा की, जिसमें दोनों देशों ने एक-दूसरे की सुरक्षा चिंताओं को समझने और उन्हें साझा रूप से हल करने का वादा किया।

आगे की राह
इस मुलाकात से साफ संकेत मिलता है कि भारत और इंडोनेशिया के संबंध आने वाले वर्षों में और गहरे होंगे। दोनों देशों ने न केवल आर्थिक और रक्षा क्षेत्रों में बल्कि सांस्कृतिक, शिक्षा और पर्यावरण के मुद्दों पर भी सहयोग को प्राथमिकता देने का फैसला किया है।

आंकड़े

  • 2023-24 में भारत-इंडोनेशिया व्यापार: $20 बिलियन
  • 2025 तक लक्ष्य: $25 बिलियन
  • रक्षा सहयोग: समुद्री सुरक्षा और तकनीकी आदान-प्रदान
  • सांस्कृतिक आदान-प्रदान: 2025 तक 50 नए सांस्कृतिक कार्यक्रम

निष्कर्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति प्रथांची सुबिधा के बीच इस बैठक ने भारत-इंडोनेशिया संबंधों को नई दिशा दी है। आने वाले वर्षों में दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में और भी घनिष्ठ सहयोग देखने को मिलेगा, जो दोनों देशों की प्रगति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।

बालकृष्ण साहू - सोर्स विभिन्न आर्टिकल्स