घटना का विवरण
गुरुवार को दोपहर करीब 01:09 बजे कुसुम स्मेल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड पॉवर प्लांट के भारी साइलो (भंडारण टैंक) का अचानक गिरना हादसे का कारण बना। इस दुर्घटना में 4 मजदूर साइलो टैंक के नीचे दब गए। मौके पर तात्कालिक रूप से एक व्यक्ति को रेस्क्यू किया गया और उसे अस्पताल भेजा गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
पुलिस की कार्रवाई और FIR
मृतक मजदूर के परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने कुसुम स्टील प्लांट के ऑपरेशन मैनेजर अनिल प्रसाद, इंचार्ज अमित केडिया और अन्य प्रबंधकों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। पुलिस ने धारा 106(1), 289, 3(5) बीएनएस के तहत FIR पंजीबद्ध की है। फिलहाल, प्रकरण की विवेचना जारी है और पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस घटना में किसी प्रकार की लापरवाही हो सकती है, जिसे जांच के बाद उजागर किया जाएगा।
रेस्क्यू ऑपरेशन
हादसे के बाद राहत कार्य में जुटे अधिकारी और कर्मचारी कड़ी मशक्कत कर रहे हैं। साइलो टैंक के नीचे दबे मजदूरों को निकालने के लिए गैस कटर का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे गर्म साइलो को बाहर निकाला जा सके। इसके अलावा, हाईड्रो क्रेन मंगाया गया है, ताकि साइलो टैंक को उठाया जा सके। रेस्क्यू टीम के पास जेसीबी, केन और फायर ब्रिगेड जैसी तमाम राहत सामग्री मौजूद है।
इस दौरान जिला कलेक्टर राहुल देव, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल और जिला पंचायत सीईओ प्रभाकर पाण्डेय ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी की। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही फंसे हुए मजदूरों को बाहर निकाला जाएगा। उनके बाहर निकलने के बाद उनकी पहचान की जा सकेगी।
राहत कार्य में जुटी टीम
रेस्क्यू ऑपरेशन में जिला प्रशासन, पुलिस टीम, और एनडीआरएफ की टीम सक्रिय रूप से काम कर रही है। जिला प्रशासन के मुताबिक, मजदूरों के लिए हर संभव सहायता पहुंचाई जा रही है, और प्रशासन इस मामले में पूरी तरह से संवेदनशील है।
मृतक और घायल मजदूरों की पहचान
मौके पर मौजूद अधिकारियों का कहना है कि रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने के बाद फंसे हुए मजदूरों की पहचान की जाएगी। मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और उसके परिवार को सूचित किया जा चुका है।
हादसे के कारणों की जांच
इस घटना के बाद कुसुम स्टील प्लांट में सुरक्षा मानकों और कामकाजी परिस्थितियों की जांच की जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि हादसा कब और कैसे हुआ, इसकी पूरी जांच की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
इस हादसे के कारणों, रेस्क्यू ऑपरेशन की स्थिति और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर मामले की जांच जारी है।