khbarworld24-देश की सबसे बड़ी आईटी सेवा प्रदाता कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही के लिए शानदार परिणाम दर्ज किए हैं। कंपनी का शुद्ध लाभ 12,380 करोड़ रुपये रहा, जो कि पिछले वित्त वर्ष (2023-24) की तीसरी तिमाही के मुकाबले 11.95% की वृद्धि दर्शाता है। इससे पहले, टीसीएस ने पिछले वर्ष की समान तिमाही में 11,058 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
प्रमुख वित्तीय आंकड़े
- शुद्ध लाभ: 12,380 करोड़ रुपये (11.95% की वृद्धि)
- पिछले वर्ष की तुलना में शुद्ध लाभ: 11,058 करोड़ रुपये
- लाभांश घोषणा: 76 रुपये प्रति शेयर, जिसमें 66 रुपये का विशेष लाभांश शामिल
- कर्मचारियों की संख्या में कमी: तिमाही के दौरान 5,000 से अधिक कर्मचारियों की संख्या में गिरावट
कंपनी के शेयर बाजार प्रदर्शन में गिरावट
टीसीएस का शानदार लाभांश और शुद्ध लाभ के बावजूद कंपनी का शेयर बाजार में प्रदर्शन गिरावट के साथ बंद हुआ। निवेशकों ने लाभांश की घोषणा के बावजूद शेयर में नुकसान देखा, हालांकि, कंपनी के निदेशक मंडल ने प्रति शेयर 76 रुपये का लाभांश घोषित किया, जिसमें 66 रुपये प्रति शेयर का विशेष लाभांश शामिल है।
प्रमुख अधिग्रहण
टीसीएस ने टाटा समूह की एक अन्य कंपनी से बेंगलुरू में 1,625 करोड़ रुपये में एक प्रमुख भूमि बैंक के अधिग्रहण की भी घोषणा की है। इस अधिग्रहण से कंपनी के विकास को और बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, विशेषकर दक्षिण भारत के प्रमुख शहरों में इसकी उपस्थिति को मजबूत करने के लिए।
कर्मचारियों की संख्या में गिरावट
हालांकि कंपनी ने लाभ में वृद्धि दर्ज की, परंतु एक चुनौतीपूर्ण पहलू यह भी रहा कि इस तिमाही में कंपनी के कर्मचारियों की संख्या 5,000 से ज्यादा घट गई। कर्मचारियों की संख्या में यह गिरावट आईटी सेक्टर में बदलते परिदृश्य और प्रौद्योगिकी में तेजी से हो रहे विकास के बीच हो रही श्रमशक्ति के पुनर्गठन को दर्शाता है।
टीसीएस के ये नतीजे कंपनी के मजबूत वित्तीय प्रदर्शन को दर्शाते हैं, लेकिन शेयर बाजार में इस तिमाही में इसका प्रदर्शन निवेशकों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा है।
balkrishna sahu