khabarworld24.com - तिल्दा नेवरा, छत्तीसगढ़ – भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल को निराशाजनक करार देते हुए कांग्रेस पार्टी ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस के नेतृत्व में आयोजित इस प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशन पर जिला कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय चौक पर एकत्र होकर नारेबाजी की और भाजपा सरकार की आलोचना की।
विरोध के मुख्य बिंदु:
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे जिला कांग्रेस अध्यक्ष ऊधो राम वर्मा ने भाजपा सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल पर तीखी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “भाजपा का यह कार्यकाल निराशाजनक रहा है। सरकार ने अपनी नीतियों में कोई खास प्रगति नहीं दिखाई और केवल वाहवाही लूटने में लगी है। किसानों को धान बेचने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, और बलौदाबाजार आगजनी मामले में निर्दोष लोगों, विशेषकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जेल में बंद किया गया है।”
किसानों की समस्याएँ
प्रदर्शन के दौरान किसानों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया गया। वर्मा ने कहा कि धान बेचने की प्रक्रिया में बाधाओं के कारण किसानों को बड़े पैमाने पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। समर्थन मूल्य पर धान खरीदने में देरी और भंडारण की समस्या ने किसानों की आजीविका को प्रभावित किया है। सरकार की नीतियों से निराश किसान आंदोलित हैं, लेकिन उनकी समस्याओं को हल करने की दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
बलौदाबाजार आगजनी मामला
कांग्रेस के आरोपों के मुताबिक, भाजपा सरकार ने बलौदाबाजार आगजनी मामले में निर्दोष लोगों को फंसाया है। इस घटना में न केवल स्थानीय नागरिक, बल्कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी राजनीति से प्रेरित होकर निशाना बनाया गया और उन्हें जेल में बंद कर दिया गया। जनक राम वर्मा और अन्य नेताओं ने इसे भाजपा की जनविरोधी नीति करार दिया।
भाजपा सरकार की आलोचना
पूर्व विधायक जनक राम वर्मा और शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवा दास टंडन ने भी भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस एक साल के कार्यकाल में कोई उल्लेखनीय उपलब्धि नहीं है। “सरकार केवल अपनी छवि सुधारने और झूठी वाहवाही लूटने में व्यस्त है, जबकि राज्य में वास्तविक विकास कहीं नजर नहीं आता,” जनक राम वर्मा ने कहा।
अन्य कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रियाएँ
इस विरोध प्रदर्शन में नेता प्रतिपक्ष लक्ष्मी नारायण वर्मा, गजानंद वर्मा, संतोष सक्सेना, मनोहर गेहानी, कैलाश गांधी समेत कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता शामिल हुए। सभी ने भाजपा सरकार पर विफलता का आरोप लगाया और कहा कि राज्य में विकास की गति ठहर गई है। निर्मल सोनी और दुर्गेश नशीने ने राज्य के विभिन्न विभागों में भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन का मुद्दा उठाया।
प्रदर्शन की व्यापकता
इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और एकता का प्रदर्शन किया। स्थानीय नेताओं ने दावा किया कि जनता भी भाजपा सरकार से निराश है, और आगामी समय में इसका असर चुनावी परिणामों पर जरूर दिखेगा।
भाजपा की प्रतिक्रिया?
हालांकि, भाजपा की ओर से इस प्रदर्शन पर कोई तत्काल प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सरकार के खिलाफ उठाए गए मुद्दे आगामी चुनावों में भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं।
निष्कर्ष: कांग्रेस के इस प्रदर्शन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पार्टी भाजपा सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल को असफल मानती है। सरकार की नीतियों को लेकर उठाए गए सवाल और किसानों की समस्याओं को लेकर उठाई गई आवाज आने वाले समय में राज्य की राजनीति पर बड़ा प्रभाव डाल सकती है।
खबर वर्ल्ड24-बालकृष्ण साहू-छत्तीसगढ़