khabarworld24.com - दिसंबर में ठंड का पहला चक्र इस बार लंबा खिंच रहा है, जिससे प्रदेश में ठंड का असर तेजी से फैल रहा है। उत्तर की सर्द हवाओं के कारण राज्य में तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई है। राजधानी रायपुर सहित सरगुजा और दुर्ग संभाग में शीतलहर का प्रभाव खासतौर से महसूस किया जा रहा है।

राजधानी में कंपकंपी का असर

रायपुर में पिछले कुछ दिनों से ठंड अपने चरम पर है। 20 डिग्री के ऊपर रहने वाला तापमान अचानक गिरकर 12-13 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है, जिससे लोगों को दिन और रात दोनों समय कंपकंपी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, तापमान में अब और बड़ी गिरावट की संभावना नहीं है, लेकिन मौजूदा स्तर की ठंड अगले कुछ दिनों तक बनी रहेगी।

सरगुजा में शीतलहर का कहर

सरगुजा संभाग के मैनपाट और अन्य पहाड़ी इलाकों में ठंड का असर और भी अधिक महसूस हो रहा है। यहां सुबह-सुबह ओस की बूंदें जमने लगी हैं, जो शीतलहर के गंभीर प्रभाव को दर्शाती हैं। पिछले तीन दिनों से इस इलाके में लगातार शीतलहर की स्थिति बनी हुई है, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है।

दुर्ग में भी ठंड का जोर

दुर्ग संभाग के कई हिस्सों में भी ठंड तेजी से बढ़ रही है। यहां शीतलहर के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है, और आने वाले दिनों में भी ठंड का असर जारी रहने की उम्मीद है।

आंकड़े:

  • रायपुर: पिछले 24 घंटे में न्यूनतम तापमान 12.8°C दर्ज किया गया।
  • सरगुजा: न्यूनतम तापमान 10°C तक पहुंचा, सुबह के समय ओस जमने की स्थिति।
  • दुर्ग: न्यूनतम तापमान 11.5°C, शीतलहर की स्थिति।

आने वाले दिन मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों में तापमान में और बड़ी गिरावट की संभावना नहीं है, लेकिन मौजूदा स्तर की ठंड और शीतलहर का असर लगातार बना रहेगा। उत्तर की सर्द हवाओं के कारण राज्य के कई हिस्सों में ठंड का प्रकोप जारी रहेगा।

सावधानियां: विशेषज्ञों ने लोगों को ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनने, आवश्यकतानुसार ही घर से बाहर निकलने, और बच्चों व बुजुर्गों को विशेष ध्यान देने की सलाह दी है।