khabarworld24.com - लोकसभा के शीतकालीन सत्र में सोमवार को संविधान पर बहस के दौरान कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर तीखा हमला बोला। अपने पहले लोकसभा भाषण में प्रियंका गांधी ने संविधान की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि यह केवल एक दस्तावेज़ नहीं, बल्कि न्याय, समता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सुरक्षा कवच है। उन्होंने कहा, "यह संविधान है, संघ का विधान नहीं।"

प्रियंका गांधी का संविधान पर जोर

प्रियंका गांधी ने कहा, "संविधान में हमारी संस्कृति और सभ्यता की झलक है। यह सिर्फ कानूनों का संग्रह नहीं है, बल्कि इसमें हमारे मूल्यों और आदर्शों का संरक्षण किया गया है।" उन्होंने दावा किया कि वर्तमान सरकार संविधान की भावना के विपरीत काम कर रही है और देश में लोकतांत्रिक ढांचे को कमजोर करने की कोशिश कर रही है।

राजनाथ सिंह का जवाब

लोकसभा में बहस के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संविधान की प्रशंसा करते हुए कहा कि "संविधान में हमारी संस्कृति और मूल्य दिखाई देते हैं। यह हमारे देश की आत्मा है।" उन्होंने कहा कि सरकार संविधान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और इसे सर्वोपरि मानती है।

संविधान और उसकी मूल धाराएं

संविधान में नागरिकों को जो प्रमुख अधिकार दिए गए हैं, उनमें न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा प्रमुख हैं। इसके साथ ही, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार, जो लोकतंत्र का मूल आधार है, संविधान का एक अनिवार्य हिस्सा है।

आंकड़ों के अनुसार, भारत के संविधान का निर्माण 2 साल, 11 महीने और 18 दिनों में हुआ, और इसे 26 नवंबर 1949 को अपनाया गया। इसमें 395 अनुच्छेद और 12 अनुसूचियां थीं, जो आज संशोधन के बाद बदल गई हैं।

राजनीतिक संदर्भ

प्रियंका गांधी का यह भाषण ऐसे समय में आया है जब विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर संविधान की धारा 370, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, और अन्य नागरिक अधिकारों को कमजोर करने का आरोप लगा रहा है। उनके बयान से यह स्पष्ट है कि आगामी चुनावों में विपक्ष का ध्यान लोकतांत्रिक मूल्यों और संविधान की रक्षा पर रहेगा।

निष्कर्ष

संविधान की बहस ने लोकसभा में राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। प्रियंका गांधी के इस भाषण के बाद संसद में विपक्ष और सरकार के बीच टकराव और बढ़ सकता है। यह बहस संविधान के महत्व और उसकी रक्षा के लिए सरकार की नीतियों पर गहन विचार-विमर्श का विषय बनी हुई है।


खबर वर्ल्ड24-बालकृष्ण साहू-छत्तीसगढ़