khabarworld24.com -प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) की शुरुआत 28 अगस्त 2014 को की गई थी, जिसका उद्देश्य वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना और उन लोगों को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ना था, जो अब तक इन सेवाओं से वंचित थे। यह योजना गरीबों और कमजोर वर्गों के लिए एक बड़ा कदम है, खासकर उन लोगों के लिए जो बैंकिंग प्रणाली से नहीं जुड़े थे।

प्रधानमंत्री जन धन योजना की विशेषताएं:

  1. शून्य बैलेंस खाता: इस योजना के तहत कोई भी व्यक्ति बिना किसी न्यूनतम बैलेंस के खाता खोल सकता है। यह सुविधा उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है, जिनके पास बैंक में जमा करने के लिए धन नहीं होता।

  2. रूपे डेबिट कार्ड: जन धन खाते के साथ खाताधारकों को एक रूपे डेबिट कार्ड मिलता है, जिससे वे पैसे निकाल सकते हैं और खरीदारी कर सकते हैं।

  3. बीमा कवर: इस योजना के तहत खाताधारकों को 1 लाख रुपये तक का दुर्घटना बीमा कवर और 30,000 रुपये का जीवन बीमा कवर भी मिलता है।

  4. ओवरड्राफ्ट सुविधा: प्रधानमंत्री जन धन योजना के अंतर्गत खाताधारकों को 10,000 रुपये तक की ओवरड्राफ्ट सुविधा दी जाती है। यह सुविधा उन्हें आकस्मिक धन की आवश्यकता के समय मदद करती है।

  5. डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT): सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी और अन्य लाभ सीधे इन खातों में ट्रांसफर किए जाते हैं, जिससे भ्रष्टाचार कम होता है और लाभार्थियों तक सही समय पर धन पहुंचता है।

 

महत्वपूर्ण आंकड़े (अक्टूबर 2024 तक):

  • कुल खातों की संख्या: 50 करोड़ से अधिक जन धन खाते खोले जा चुके हैं, जिसमें लगभग 56% खाते महिलाओं के नाम पर हैं।
  • ग्रामीण क्षेत्र में खातों की संख्या: लगभग 67% जन धन खाते ग्रामीण क्षेत्रों में खोले गए हैं।
  • जमा राशि: जन धन खातों में कुल जमा राशि लगभग ₹2.2 लाख करोड़ से अधिक हो चुकी है।
  • महिलाओं के खाते: महिलाओं के नाम पर लगभग 28 करोड़ खाते खोले गए हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि योजना ने महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

योजना का प्रभाव:

प्रधानमंत्री जन धन योजना ने गरीब और कमजोर वर्गों को बैंकिंग सेवाओं से जोड़कर वित्तीय समावेशन को बढ़ावा दिया है। इस योजना के माध्यम से कई महिलाओं को भी वित्तीय तौर पर सशक्त बनाया गया है। इसके अलावा, डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से सब्सिडी और सरकारी लाभ सीधे खातों में पहुंचने से भ्रष्टाचार में कमी आई है और जरूरतमंदों तक आसानी से लाभ पहुंचा है।इस योजना के सकारात्मक प्रभाव को देखते हुए कहा जा सकता है कि यह सरकार की सबसे सफल योजनाओं में से एक है, जो देश की आम जनता के जीवन स्तर को सुधारने में मदद कर रही है।

महिलाओं के लिए योजना के फायदे:

  1. वित्तीय सुरक्षा: जन धन खाते के जरिए महिलाएं अपनी बचत को सुरक्षित रख सकती हैं और जरूरत पड़ने पर इसका इस्तेमाल कर सकती हैं।
  2. आर्थिक स्वतंत्रता: बैंकिंग सेवाओं का उपयोग करके महिलाएं आर्थिक रूप से स्वतंत्र हो रही हैं और अपनी आय को बेहतर ढंग से प्रबंधित कर रही हैं।
  3. वित्तीय सेवाओं तक पहुंच: महिलाएं अब बैंकिंग सेवाओं, बीमा, पेंशन और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे अपने जन धन खाते के माध्यम से प्राप्त कर रही हैं।

चुनौतियाँ और भविष्य की दिशा:

हालांकि जन धन योजना ने महिलाओं के सशक्तिकरण में एक बड़ी भूमिका निभाई है, लेकिन अभी भी कई चुनौतियां हैं। ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में महिलाओं की वित्तीय साक्षरता को बढ़ाने की आवश्यकता है ताकि वे इन सेवाओं का अधिकतम लाभ उठा सकें। इसके साथ ही, योजना की निगरानी और अधिक पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सरकारी प्रयासों को और मजबूत किया जाना चाहिए।

निष्कर्ष:

प्रधानमंत्री जन धन योजना ने महिलाओं को वित्तीय रूप से सशक्त बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह योजना उन्हें न केवल बैंकिंग प्रणाली से जोड़ रही है, बल्कि उनके जीवन में स्थायित्व और सुरक्षा की भावना भी ला रही है। आने वाले समय में, यह योजना महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए और भी प्रभावशाली साबित हो सकती है, अगर इसके क्रियान्वयन में और तेजी लाई जाती है और महिलाओं को जागरूक करने के लिए ठोस कदम उठाए जाते हैं।

स्रोत:

  • भारत सरकार की आधिकारिक जन धन योजना वेबसाइट
  • आरबीआई के आंकड़े
  • योजना के तहत सरकारी रिपोर्ट


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