khabarworld24.com - सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) भारत सरकार द्वारा 22 जनवरी 2015 को 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान के तहत शुरू की गई एक विशेष बचत योजना है। इस योजना का उद्देश्य बालिकाओं के भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित करना है, जिसमें उनकी शिक्षा और विवाह के लिए सहायता प्रदान की जाती है। यह योजना माता-पिता या कानूनी अभिभावक द्वारा 10 वर्ष से कम आयु की बालिका के नाम पर खाता खोलने की अनुमति देती है।

खास बातें:

  • खाता खोलने की पात्रता: इस योजना के तहत 10 वर्ष से कम उम्र की एक बालिका के नाम पर खाता खोला जा सकता है। एक परिवार में अधिकतम दो बालिकाओं के नाम पर खाते खोले जा सकते हैं।
  • खाता खोलने का स्थान: खाता किसी भी डाकघर या अधिकृत वाणिज्यिक बैंक में खोला जा सकता है।
  • न्यूनतम जमा राशि: खाता खोलने के लिए न्यूनतम ₹250 की आवश्यकता होती है।
  • अधिकतम जमा राशि: एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम ₹1.5 लाख रुपये जमा किए जा सकते हैं।
  • जमा अवधि: खाता खोलने के दिन से 21 वर्षों तक चल सकता है या बालिका के 18 वर्ष की आयु में विवाह होने तक। परंतु नियमित जमा 15 वर्षों तक किया जा सकता है।
  • ब्याज दर: सरकार द्वारा हर तिमाही ब्याज दरें तय की जाती हैं। फिलहाल, यह दर 8% से 9% के बीच है। (सटीक दरें तिमाही में भिन्न हो सकती हैं।)

कर लाभ:
सुकन्या समृद्धि योजना में निवेशित राशि पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत कर छूट प्राप्त होती है। इसके अलावा, खाता पर मिलने वाले ब्याज और परिपक्वता राशि पर भी कोई कर नहीं लगता है।

योजना के आंकड़े (2024 तक)

  • खुले खातों की संख्या: देशभर में लाखों खाते खोले जा चुके हैं, जिसमें ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों की बालिकाओं ने भाग लिया है।
  • औसत जमा: औसतन, एक खाता धारक प्रति वर्ष ₹30,000 तक की राशि जमा कर रहा है।
  • शिक्षा और विवाह के लिए निकासी: 18 वर्ष की आयु के बाद बालिका की शिक्षा या विवाह के लिए खाता धारक को 50% राशि निकालने की अनुमति है।

सुकन्या समृद्धि योजना की प्रमुख विशेषताएं:

  1. शिक्षा के लिए सहायता: यह योजना बालिकाओं की उच्च शिक्षा के लिए आर्थिक आधार प्रदान करती है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा।
  2. विवाह के समय सहायता: विवाह के समय बालिकाओं को वित्तीय स्वतंत्रता दी जाती है, जिससे उन्हें किसी प्रकार की आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
  3. लंबी अवधि का निवेश: यह योजना बालिकाओं के लिए लंबी अवधि का निवेश विकल्प है, जिसमें सुरक्षित और बेहतर ब्याज दर मिलती है।

चुनौतियां और सुधार के सुझाव
हालांकि, योजना ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंची है, लेकिन अब भी कुछ इलाकों में जागरूकता की कमी है। सरकार और वित्तीय संस्थानों को इस योजना के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रयास करने चाहिए। इसके अलावा, डिजिटल इंडिया के तहत योजना को और भी सरल और डिजिटल प्लेटफार्म पर अधिक प्रभावी ढंग से लागू किया जा सकता है।

निष्कर्ष
सुकन्या समृद्धि योजना भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जो बालिकाओं के भविष्य को सुरक्षित करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य रखती है। इस योजना के माध्यम से देश की लाखों बेटियों को न केवल शिक्षा और विवाह में आर्थिक सहायता मिलेगी, बल्कि समाज में बेटियों के प्रति सोच में सकारात्मक बदलाव भी आएगा।

अतिरिक्त जानकारी:
अधिक जानकारी के लिए योजना की आधिकारिक वेबसाइट या निकटतम डाकघर/बैंक से संपर्क किया जा सकता है।


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