खबर वर्ल्ड न्यूज-अजय शर्मा-जांजगीर-चांपा। देश की शान है हिंदी, देश की पहचान है हिंदी,क्योकि हर भारतीय के दिल में विराजमान है हिंदी, भारत कई राज भाषाओ और लिपियों से समृद्ध देश हैl देश के आधे से ज्यादा भाग को हिंदी भाषा ही जोड़ती है अधिकांश राज्यों में बोली जाती है कई अन्य भाषा के साथ ही हिंदी भी अपनी अलग पहचान रखती हैl अंग्रेजी का प्रचलन बढ़ गया हैl लेकिन हिंदी अधिकतर भारतीयों की मातृभाषा हैl हालांकि भारत में हिंदी को राष्ट्र भाषा का दर्जा नही मिला हैl लेकिन राजभाषा के तौर पर हिंदी की खास पहचान हर भारतीय के मन की भाषा हैl हिंदी भारत के बसे भारतीयों को एक सूत्र में बाँधने के लिए विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी को मनाया जाता हैl वही भारत में हिंदी दिवस 14 सितंबर को होता हैl दो अलग- अलग तारीखों पर हिंदी दिवस मनाने की क्या वजह है ?आखिर विश्व हिंदी दिवस और हिंदी दिवस में क्या अंतर है?
अक्सर लोग असमंजस में रहते है कि हिंदी दिवस की सही तारीख क्या है? दोनों में एक बड़ा अंतर भौगोलिक स्तर पर इसे मनाने का है, वही दोनों की स्थापना दिवस को लेकर भी कुछ अंतर हैl राष्ट्रीय हिंदी दिवस भारत में हिंदी को आधिकारिक दर्जा मिलने की खुशी में मनाते है, वही विश्व हिंदी विश्व में हिंदी को उच्च दर्जा दिलाने के प्रयास में मनाया जाता हैl विश्व हिंदी दिवस प्रतिवर्ष 10 जनवरी को मनाया जाता है इसका उद्देश्य हिंदी के प्रति अनुराग उत्पन्न करना.
विश्व में हिंदी के प्रचार प्रसार के लिए जागरूकता पैदा करनाl
हिंदी भाषा को सम्मान दिलाना हिंदी की दशा के लिए जागरूक करना हिंदी को विश्व भाषा के रूप में प्रस्तुत करना lसन 1975में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी ने प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्धघाटन किया थाl विश्व हिंदी दिवस पहली बार 10 जनवरी 2006 को मनाया गया था, तब से आज तक यह हर वर्ष 10 जनवरी को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है l भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 10 जनवरी 2006 को प्रतिवर्ष विश्व हिंदी दिवस मनाये जाने की घोषणा की थी विश्व में हिंदी के प्रचार प्रसार के लिए जागरूकता पैदा करना तथा हिंदी भाषा को अंतर्राष्ट्रीय भाषा के रूप में पेश करना है, विदेशों में भारत के दूतावास इस दिन को विशेष रूप से हिंदी के त्यौहार रूप में सम्मान कार्यक्रम कि तरह मनाते है सभी सरकारी कार्यालयों में विभिन्न विषयों पर हिंदी में व्याख्यान आयोजित किये जाते हैl विश्व में हिंदी का विकास करने और इसे प्रचारित प्रसारित करने के उद्देश्य से विश्व हिंदी सम्मेलनों की शुरुआत की गई, विश्व हिंदी सचिवालय मॉरिशस में स्थित हैl प्रथम विश्व हिंदी सम्मलेन 10 जनवरी 1974 को नागपुर में आयोजित हुआ तब से इस दिन को विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाते हैl मन प्रेम की भाषा है, हिंदी संस्कृत के कोख से जन्मी है,हिंदी राष्ट्र की लाडली है, हिंदी मित्रता की कड़ी जोड़ती है, हिंदी साहित्य का अनंत भंडार है,हिंदी जिसने पूरे देश को जोड़े रखा वो मजबूत धागा है, हिंदी लगा रहे प्रेम हिंदी में, पढूं हिंदी लिखूँ हिंदी, हिंदी से ही पहचान मिले l विश्व हिंदी दिवस की सभी हिंदी भाषी को बहुत बहुत शुभकामनाएं एवं बधाईl

