नई दिल्ली। सर्दियों के मौसम में मिलने वाली हरी सब्जियों में से सरसों का साग सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। सरसों का साग न सिर्फ स्वादिष्ट होता है, बल्कि सेहत से भी भरपूर होता है। कम कैलोरी लिए सरसों की पत्तियों में आयरन, पोटैशियम, विटामिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। सरसों के पत्तों से साग बनाने के अलावा इसे उबालकर, स्टर फ्राई या स्टीम करके और भी दूसरे लजीज व्यंजन तैयार किए जा सकते हैं।
सरसों का साग खासतौर से सर्दियों में ही मिलता है, तो आपको अपनी डाइट में इसे जरूर शामिल करना चाहिए। सर्दियों के मौसम में मिलने वाली हरी पत्तेदार सब्जियों में ये साग बहुत ही पौष्टिक होती है। इसे पालक, मेथी, बथुआ और मूली के पत्तों के साथ बनाया जाता है। इसमें फाइबर और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स होते हैं, साथ ही ये लो-कैलोरी भी है। इसके पत्तों में तीन पावरफुल एंटी ऑक्सीडेंट, विटामिन-के, ए और सी भरपूर मात्रा में मिलते हैं। इसके अलावा यह मैग्नीज, फोलेट और विटामिन ई का भी एक बेहतरीन स्त्रोत है। इनके सेवन से अस्थमा, हार्ट की प्रॉब्लम्स और पीरियड्स के दौरान होने वाले पेट दर्द, ऐंठन से भी राहत मिलती है। यहां तक कि शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल का लेवल भी कम करने में सरसों का साग है बेहद फायदेमंद। इससे हार्ट से जुड़ी समस्याओं का खतरा कम होता है।
वहीं इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर को फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं और कई दूसरी गंभीर बीमारियों की रोकथाम में भी मददगार साबित होते हैं। इसके सेवन से ब्लैडर, पेट, ब्रेस्ट, फेफड़े, प्रोस्टेट और ओवरी कैंसर से बचाव होता है।
फाइबर शरीर की मेटाबॉलिक एक्टिविटीज कंट्रोल करती है। साग बनाकर खाने के अलावा इसे दाल के साथ मिक्स करके भी बना सकते हं। वैसे सूप के रूप में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

