
K.W.N.S.-रायपुर। छत्तीसगढ़ में राजस्व विभाग के अधीन काम करने वाले करीब पांच हजार पटवारियों को सरकारी कामकाज के लिए लैपटॉप दिए जा सकते हैं। बताया गया है कि राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने इस संबंध में एक प्रस्ताव तैयार किया है। इस प्रस्ताव को मंत्री स्तरीय बजट चर्चा के दौरान पेश किया गया है। जानकारों का कहना है कि यदि मुख्यमंत्री इस प्रस्ताव से सहमत होते हैं तो आने वाले बजट में इस संबंध में बजट प्रावधान किया जा सकता है।
हमारी प्रमुख मांग है लैपटॉप
छत्तीसगढ़ राजस्व पटवारी संघ के प्रांताध्यक्ष अश्विनी वर्मा ने बताया कि हाल ही में जब पटवारी संघ ने आंदोलन किया था, तब संघ की सबसे पहली और प्रमुख मांग यही थी कि पटवारियों को लैपटॉप दिया जाए। उन्होंने बताया कि इस मांग को लेकर हम लोग राजस्व मंत्री तथा मुख्यमंत्री से भी मिल चुके हैं। हमें यह मांग पूरी करने का आश्वासन दिया गया है। उन्होंने कहा कि अब राजस्व विभाग में हमारे कामकाज के दौरान डायरी रजिस्टर का इस्तेमाल नहीं होता। सारी व्यवस्था भुईयां सॉफ्टेवयर के माध्यम से ऑनलाईन हो चुकी है। हमारी मांग है कि हर पटवारी हल्का में एक लैपटॉप, स्कैनर तथा प्रिंटर दिया जाना चाहिए। हमारी जानकारी के अनुसार इस संबंध में बजट में प्रस्ताव दिया जा रहा है। इस संबंध में फाईल चल रही है।
...तो राजस्व के काम में होगी आसानी
पटवारियों को सरकारी कामकाज के लिए अगर लैपटॉप दिए जाते हैं तो इससे उनके काम में बहुत आसानी होगी। यही नहीं, जमीनों से संबंधित मामले लेकर पटवारी के चक्कर काटने वाले लोगों को भी राहत मिल सकेगी। अभी की स्थिति में जमीन संबंधी रिकार्ड की दुरुस्ती के लिए संबंधित लोगों को पटवारी कार्यालय जाना पड़ता है। वहां पटवारी से मुलाकात होने पर रिकार्ड में सुधार के लिए पटवारी को तहसील ऑफिस जाकर काम करना पड़ता। किसी एक व्यक्ति का रिकार्ड भी सुधारना हो तो यह काम तहसील कार्यालय से हो सकता है।
भुईयां से होगा लिंक
बताया गया है कि पटवारियों को लैपटॉप देने की योजना के प्रस्ताव में यह शामिल है कि राजस्व विभाग के भुईयां साॅफ्टवेयर से पटवारियों के लैपटॉप जोड़ने की व्यवस्था रहेगी। पटवारी अपने कार्यालय में रहे या अन्य किसी जगह पर, वह वहीं से भुईयां साॅफ्टवेयर के माध्यम से अपना काम कर पाएंगे। भुईयां साॅफ्टवेयर सरकारी होने के कारण च्वाईस सेंटर में नहीं खुल पाता है। अब लैपटॉप मिल जाने से प्रदेश के पूरे पटवारी ऑनलाईन हो जाएंगे। राजस्व विभाग में पटवारी से संबंधित सभी काम करने में उन्हें आसानी होगी। जो लोग ये सारे काम करवाने पटवारी के पास आते हैं, उनकी भी कठिनाईयां कम हो जाएंगी।